1. लहसुन
- लहसुन का इस्तेमाल कर अनियंत्रित रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
- यह 10 mmHg सिस्टोलिक और 8 mmHg डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करता है।
- लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर यौगिक के रूप में एस-एल सिस्टीन पाया जाता है, जो हाई ब्लड प्रेशर के लिए काफी लाभदायक है।
- वहीं, डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर रक्त वाहिकाओं में दबाव को उस वक्त मापता है, जब धड़कनों के बीच ह्रदय कुछ पल के आराम करता है।
2. आंवला
- सिट्रस फलों में आंवला एक गुणकारी फल है। इसे ‘इंडियन गूजबेरी’ भी कहा जाता है।
- इसका स्वाद खट्टा या कड़वा होता है।
- इसमें, उच्च विटामिन-सी पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल कर उच्च रक्तचाप को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
3. मेथी
- मेथी विटामिन, खनिज, लौह, कैल्शियम और प्रोटीन से समृद्ध एक गुणकारी घरेलू औषधि है, जिसका सेवन हाइपरटेंशन पर नियंत्रण पाने के लिए किया जा सकता है।
- मैथी शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म के स्तर में भी सुधार करती है और एंटीऑक्सीडेंट का काम करती है।
4. शहद
- शहद और अजवाइन के पत्तों का रस हाई ब्लड प्रेशर का घरेलू उपचार साबित हो सकता है।
- फिलहाल, इस संबंध में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
- इसलिए, यह घरेलू नुस्खे को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- साथ ही कुछ रिसर्च का मानना है कि शहद के प्रयोग से रक्तचाप के जरूरत से ज्यादा कम होने या फिर खून के थक्के बनने में कमी आ सकती है।
5. प्याज का रस
- प्याज की परतों में कुएरसेटीं नामक तत्व पाया जाता है, जो उच्च रक्त चाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
- हाई ब्लड प्रेशर का उपचार करने लिए डॉक्टर की सलाह पर प्याज के रस का इस प्रकार सेवन कर सकते हैं।