गठिया रोग (Arthritis) बुजुर्गो में होने वाली आम बीमारी है. इस बीमारी के मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है. इस असाध्य रोग के कई मरीज अक्सर नीम-हकीमों पर भरोसा कर उनसे इलाज करा लेते हैं.
गठिया का कारण
- विटामिन डी की कमी से मरीज की अंगुलियों, घुटने, गर्दन, कोहनी के जोड़ों में दर्द की शिकायत होने लगी है.
- इस बीमारी पर काबू पाने के लिए फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज रोजाना करनी चाहिए.
- जंक फूड से परहेज जरूरी है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग झोलाछाप डॉक्टरों की गोलियों पर विश्वास करने लगते हैं.
- कुछ दिन राहत देने के बाद ऐसी गोलियां और चूर्ण सबसे नुकसानदेह साबित होते हैं. उनमें स्वाइड मिली होती है.
- यह बहुत दिनों तक लेने से शरीर को नुकसान पहुंचाती है. इससे कूल्हा गल सकता है. हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. फ्रैक्चर होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
- डॉ. कुमार ने बताया कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं आर्थराइटिस की चपेट में ज्यादा आती हैं. खानपान में परहेज न करना इसका मुख्य कारण है.
गठिया के लक्षण
- शरीर में गठिया पैदा न हो, इसके लिए नियमित व्यायाम करना और संतुलित भोजन लेना चाहिए, क्योंकि शरीर में गठिया एक बार विकसित हो जाता है तो इससे कई और तरह की बीमारियां पैदा हो जाती हैं.
- उन्होंने कहा कि गठिया से पहले जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है, फिर यह अपने विकराल रूप में आते-आते उठने-बैठने और चलने-फिरने में परेशानी पैदा करने लगता है.
- शरीर का वजन भी बढ़ने लगता है. मोटापे से जहां हाइपरटेंशन, हार्ट फेलियर, अस्थमा, कोलेस्ट्राल, बांझपन समेत 53 तरह की बीमारियां पैदा हो जाती हैं, वहीं शरीर में गठिया के बने रहने से रक्तचाप और मधुमेह (Diebeties) जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज और मुश्किल हो जाता है.
गठिया रोग में क्या सावधानियां बरतें
1. अगर आपके जोड़ों में जरा सा भी दर्द, शरीर में हल्की अकड़न है तो भी सबसे पहले किसी डॉक्टर को दिखाएं.
2. कोशिश करें कि दिनचर्या नियमित रहे.
3. डॉक्टर की सलाह पर नियमित व्यायाम करें.
4. नियमित टहलें, घूमें-फिरें, व्यायाम एवं मालिश करें.
5. सीढ़ियां चढ़ते समय, घूमने-फिरने जाते समय छड़ी का प्रयोग करें.
6. ठंडी हवा, नमी वाले स्थान व ठंडे पानी के संपर्क में न रहें.
7. घुटने के दर्द में पालथी मारकर न बैठें.