मार्जरी आसन
- मार्जरी आसन को कैट पोज भी कहते हैं।
- गर्भवती महिला अगर इस योगा को करे तो रीढ़ की हड्डी में मजबूती और शरीर में लचीलापन आएगा।
- इससे बेहतर रक्त का संचार बना रहता है और पाचन क्रिया में भी सुधार आता है।
कोणासन
- कोणासन करने से रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है, ब्लड सर्कुलेश्न में वृद्धी होती है।
- इसे नियमित करने से गर्भवती महिला के शरीर के हिस्से स्वस्थ रहते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- यही नहीं प्रेगनेंसी के दौरान कब्ज से भी मुक्ती मिलती है।
ताड़ासन
- गर्भवती महिलाओं के लिए ताड़ासन बहुत ही फायदेमंद पोज है।
- इससे रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है और बैक पेन से भी राहत मिलती है।
- इस आसन को शुरुआती 6 महीने तक करना ही फायदेमंद होता है।
- इससे गर्दन की तकलीफ में भी लाभ होता है।
शवासन
- शवासन को करने से डिप्रेशन और तनाव से राहत मिलती है।
- इस आसन को करने से गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में फायदा होता है।
- इस योग से मां और शिशु दोनों को ही फायदा मिलता है।
वीरभद्रासन
- इस आसन को Warrior Pose भी कहते हैं।
- इस आसन से गर्भवती महिला के हाथों, कंधो ,जांघो एवं कमर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
- यदि किसी गर्भवती महिला को उच्च रक्तचाप की शिकायत है तो वह इस आसन को न करे।